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27 नवंबर, 2022

0.1 हरि और हाइड्रोजन के 51 अध्याय का सूचि







हरि अर्थात भगवान और हाइड्रोजन के कुल 51 एक समान लक्षण के लिये कुल 51 अध्याय निर्धारित किये गये है।

उन सभी अध्यायो की सूचि निम्न प्रकार से है।  

विषय-सूचि              

1/A  

भूमिका

1/B

सृष्टि-रचना (ब्रह्मांड-रचना) के संदर्भ में प्राचीन-ग्रंथों का मत              

1/C

जगत रचना में हरि और उनकी माया दोनों का ही योगदान

1/D

एक ही चीज जड़ और चेतन कैसे हो सकती है ?

लक्षण संख्या

लक्षण के नाम

01/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) ही जगत का आदि-कर्ता है ।

02/51

भगवान (हरि-हाइड्रोजन) ही जगत का अंत-कर्ता है ।

03/51

प्रोटियम-ब्रह्मा का जगत-रचयिता होने का गुण

04/51

प्रोटियम-ब्रह्मा का जीव-रचयिता होने का गुण

05/51

ड्युटेरियम-विष्णु के गुण

06/51

ट्राइटेरियम-शिव के गुण

07/51

प्रोटियम-ब्रह्मा, ड्युटेरियम-विष्णु, ट्राइटेरियम-शिव में संबध

08/51

प्रभु (हरि-हाइड्रोजन) में जल (पंचभूत) के रचयिता होने का गुण

09/51

भगवान (हरि-हाइड्रोजन) में अग्नि (पंचभूत) के रचयिता होने का गुण

10/51

भगवान (हरि-हाइड्रोजन) में वायु (पंचभूत) के रचयिता होने का गुण

11/51

भगवान (हरि-हाइड्रोजन) में पृथ्वी (पंचभूत) के रचयिता होने का गुण

12/51

भगवान (हरि-हाइड्रोजन) में गगन (पंचभूत) के रचयिता होने का गुण

13/51

सूर्यनारायण कोई और नहीं बल्कि नारायण (हरि-हाइड्रोजन) के ही अंश है ।

14/51

परमात्मा (हरि-हाइड्रोजनही सूर्य, आग और बर्फ के मूलकारक है ।

15/51

परमब्रह्म, लकड़ी (काठ/हाइड्रोकार्बन) की उपमा

16/51

मुझमें (हरि-हाइड्रोजन में) व्याप्त सृष्टियाँ, मैं (हरि-हाइड्रोजन) सृष्टियों में व्याप्त हूँ ।

17/51

सर्वशक्तिमान ईश्वर(हरि-हाइड्रोजनकी नाभिकीय-शक्ति

18/51

सर्वशक्तिमान ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) की रसायनिक-शक्ति

19/51

सर्वशक्तिमान ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) की विद्युत-शक्ति

20/51

सर्वशक्तिमान ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) की चेतना-शक्ति

21/51

सर्वशक्तिमान ईश्वर(हरि-हाइड्रोजनकी आर्थिक-शक्ति

22/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) एक है  उनके रुप अनेक है।

23/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) का सर्वव्यापी और अंतर्यामी रुप

24/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजनही जगत रक्षक और पालन-कर्ता है ।

25/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) के सकार रुप और नीराकार रुप

26/51

ईश्वर एक पवित्र वायु और पृथ्वी के गंध के रुप में

27/51

ईश्वर ही एक मात्र पवित्र-कर्ता

28/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) ही पृथ्वी के भार को कम करते है ।

29/51

ब्रह्मांड-उत्पति (ईश्वर) एक सूक्ष्म कण के द्वारा

30/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) द्वारा प्रथम जीव-उत्पति (02/51 और 03/51 से अलग)

31/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) का साक्षात्कार (दर्शन/ आँखों द्वारा देख लेना) कठिन हैं ।

32/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) की प्राप्ति अन्य लोकों (बैकुण्ठ) में गमन द्वारा

33/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) की प्राप्ति भक्ति द्वारा

34/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) की प्राप्ति पत्थर-पूजन द्वारा

35/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) की प्राप्ति योग (प्राणायाम) द्वारा

36/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) की प्राप्ति यज्ञ द्वारा

37/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजनही सबसे सूक्ष्म और सबसे विराट भी है ।

38/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजनही सबसे अधिक आदर्श है ।

39/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) के प्रकाश से जगत प्रकाशमान है ।

40/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) को सदा ही प्रथम स्थान प्राप्त है।

41/51

ईश्वर से (हरि-हाइड्रोजन) बड़ी कोई शक्ति (अमोघ-अस्त्र) नहीं है ।

42/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) के अंदर स्त्री और पुरुष दोनों के गुण व्याप्त है ।

43/51

विज्ञान के द्वारा ही ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) का वास्तविक ज्ञान संभव है ।

44/51

ईश्वर शब्द का प्रयोग आधुनिक-विज्ञान में भी ।

45/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) का मरीचि नामक रुप अंग्रेजी अनुवाद

46/51

भगवान (हरि-हाइड्रोजनही भोजन पचने के मूलकारक है ।

47/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजनही  भविष्य रक्षक है।

48/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) को धन के बल पर द्वारा प्राप्त नहीं किया जा सकता है ।

49/51

भगवान (हरि-हाइड्रोजन) में आदर्श कृष्‍ण का गुण विराजमान है ।

50/51

भगवान (हरि-हाइड्रोजनके नारायण रुप का गुण

51/51

ईश्वर (हरि-हाइड्रोजन) की आधुनिक अंजानी महा-तपस्या का वैज्ञानिक स्वरुप

व्याकरण आदि से सम्बंधित त्रुटि अल्प मात्रा में हो सकती है । 

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